Goat Farming:मराठी युवक कमा रहा बकरी पालन से लाखो रूपए, 36 साल की उम्र में बना अमीर।

Goat Farming:देश के अलग-अलग इलाके के किसान अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए अलग-अलग तरह के काम कर रहे हैं. आज हम आपको महाराष्ट्र के पुणे के दौंड के एक व्यक्ति के बारे में बता रहे हैं जिसने 36 साल की उम्र में बकरी पालन से करोड़ों रुपए की कमाई करने का नुस्खा निकाल लिया है. मांस के लिए पाली जाने वाली बकरियों का कामकाज शुरू करने के लिए पुणे के इस युवा ने पर्सनल लोन लेकर काम किया.
उन्होंने बताया कि पोल्ट्री या डेरी बिज़नेस में आपका प्रोडक्ट समय से नहीं बिकने पर आपको नुकसान हो सकता है, जबकि बकरी पालन (Goat Farming) में अगर प्रोडक्ट समय पर नहीं बिकता है तब भी आपको नुकसान नहीं होता, बल्कि फायदा ही होता रहता है. 36 साल के इस मराठी युवा ने बताया कि अगर समय पर बकरी नहीं बिक पाई और 1 महीने बाद बिकती है तो उसकी कीमत बढ़कर ही मिलती है.

बकरी पालन शुरू करने के लिए उन्होंने ₹10 लाख का पर्सनल लोन लिया और उसके बाद बकरी पालन शुरू किया. सरकारी नौकरी वाले परिवार में पैदा हुए 15 सालों से बकरी पालन का कारोबार कर रहे इस युवा ने बताया कि Goat Farming के इस बिजनेस में करीब 10 बार ऐसी स्थितियां आई जब उन्हें ऐसा लगा कि अब बकरी पालन का धंधा बंद कर देना चाहिए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने जज्बे के साथ गोट फार्मिंग के बिजनेस में लगे रहे.
Goat Farming की शुरुआत
पुणे के दौंड में इस युवा निलेश जाधव ने गोट फार्मिंग शुरू की है. कपिला कृष्ण गोट फार्म के कामकाज की शुरुआत 200 उस्मानाबादी गोट से शुरू हुई. अगस्त से दिसंबर के महीने तक बोअर बकरियों का प्रजनन का समय होता है. बोअर बकरी में भी मध्यम आकार की बकरियों को ही काफी पसंद किया जाता है.
बढ़िया ब्रीड है जरूरी
निलेश जाधव ने कहा है कि एक बार अगर कोई बकरी का बच्चा स्वस्थ तरीके से पैदा होता है और उसकी देखभाल अच्छे से होती है तो उसकी स्पर्म क्वालिटी अच्छी निकलती है और आगे उसके मीट की क्वालिटी भी बेहतर होती है. निलेश ने बताया कि शुरुआत से ही अच्छी ब्रीड का गोट लेकर उसका पालन पोषण अच्छे से किया जाना चाहिए।