chachi Bhatija affairs: भतीजे ने बनाए चाची के साथ संबंध ,रात का उठाया फायदा।

दोसो आप तो जानते ही होगे की चाची भतीजे का रिश्ता कितना अच्छा और पवित्र होता है लेकिन सभी ऐसे नहीं होते कुछ लोग अपनी चाची पे गंदी नजर रखते है।
एक रात पप्पू अपने चाचा चाची को रोमांस करते देख लेता है बस तभी से वो चाची का दीवाना हो जाता है ।वो रात और दिन बस चाची के ही सपने देखता है,सपनो में वो अपनी चाची को अपने साथ बिस्तर पे imagine करता है और चाची के साथ खूब खेल रहा होता है ।
लेकिन वो ये सब सपने में ही कर पाता है।पर अब वो चाची को हकीकत में भी पाना चाहता है।
दूसरी तरफ चाची भी चाचा के साथ मजे नही कर पाती है,चाचा से चाची संतुष्ट नही होती है जिससे चाची चाचा से गुस्सा रहती है और एक दिन छत पर कपड़े सुखाने जाति है ।पप्पू भी चाची को देख छत पर चले जाता है और और चाची से पूछता है कि चाची के आपको चाचा संतुष्ट नहीं कर पाते हैं
तो चाची कहती है कि तुझे इससे क्या वह मुझे संतुष्ट कर पाते हैं या नहीं तुझे क्या करना है । लेकिन पप्पू हार नहीं मानता है और दोबारा चाची से पूछता है कि अगर आपको चाचा संतुष्ट नहीं कर पाते हैं चाची तो मैं कर सकता हूं मुझे आपके साथ वो सब करना है जो आप चाचा के साथ करती हो।
यह सुनकर चाची गुस्से में वापस घर में अंदर चली जाती है और फिर रात होती है जिसमें फिर से चाचा और चाची संबंध बनाते हैं लेकिन अब भी चाचा चाची को वह मजा नहीं दे पाते जो चाची चाहती है।
बाहर हॉल में सो रहे घरवाले और पप्पू।
चाची अपने बेडरूम से निकलकर पप्पू के बगल में आकर सो जाती हैं यह देख पप्पू बेहद खुश होता है और धीरे-धीरे चाची को सहलाने लगता है। चाची भी सोई नहीं जागी रहती है और मन ही मन अंदर ही अंदर आनंद की प्राप्ति कर रही होती हैं यह देख पप्पू अपने हाथों को रोक लेता है चाची सोई है या वह भी मजा लेना चाहती है जैसे ही पप्पू अपने हाथों को रोक लेता है चाची तुरंत ही आंखें खोल कर पप्पू को इशारा करती है और पप्पू का हाथ फिर से अपने बदन पर लगा लेती है और सारी रात पप्पू और चाची एक दूसरे के बदन को सहलाते रहते हैं इस तरह से पप्पू चाची को सारी रात मजा देता है और अगले ही दिन से वह दोनों इस से भी आगे बढ़ जाते हैं और हर दिन एक दूसरे के साथ संबंध बनाते हैं। चाचा को छोड़ चाची पप्पू के पास ही सोती है।