मेरी कहानी : मैं चाहती हु की मेरे पति किसी और महिला के साथ अफेयर चलाये

मेरी कहानी : मैं और मेरे पति दोनों एक दूसरे से अलग है हम दोनों के बिच एक भी समानता नहीं है दोनों एक दूसरे से बिलकुल अलग है लेकिन इन सब बातो के बाद भी हम एक दूसरे को पसंद करते थे ऐसा इसीलिए क्योकि उन्होंने मुझे उन महत्वकांशाओ के लिए पसंद किया था जिसके पीछे मैं भाग रही थी मेरे साथ भी ऐसा ही था मैंने भी उन्हें उनकी सवेदनशील व्यव्हार और भावनात्मक अच्छाइयों के लिए ही पसंद किया था
हालाँकि जीवनसाथी के लिए इस रिश्ते का चयन हमारे परिवार ने किया था लेकिन हम दोनों को कब प्यार हो गया इसका हमें पता ही नहीं चला। हमारी शादी का पहला साल बाहर ही खूबसूरत था और हम एक दूसरे की बांहो में ही रहते थे मुझे हर कदम पर अपने पति का समर्थन मिला था मैं अपने आप को बेहद ही लकी महसूस कर रही थी ये सब इसीलिए की मैं उनके साथ रहकर अपने सभी को पूरा कर रही थी तो मैं बेहद खुश थी उनके साथ से ही मुझे मेरे पसंद की एक अच्छी नौकरी भी मिल गई थी जिसमे मुझे एक अच्छी सैलरी भी मिल रही थी
मैं अपनी इस खुशहाल लाइफ से खुश थी और मेरे पति भी मैं कितना भी व्यस्त रहु वो मुझे कभी भी छोड़के नहीं जाते थे लेकिन जब हम दोनों बच्चे के लिए कोशिश करने लगे तब उन्होंने मुझे कई बार बच्चा दिया लेकिन मैं अपने काम के चलते गर्भ निरोधक गोलिया कहती थी जिसकी वजह से मेरी फर्टिलिटी ख़त्म हो गयी और मैं अब माँ नहीं बन सकती जिसके बाद मैंने अपने पति से कहाँ की वो मुझे छोड़के किसी और के साथ अफेयर कर ले और उससे पैदा हुई संतान को अपने साथ रखे और वो हमेशा खुश रहे लेकिन वो है की मानते ही नहीं है उनको मेरी चिंता लगी रहती है आखिर वो मुझे प्यार जो करते है मेरे पति बहुत अच्छे है मैं उनसे हमेशा प्यार करती हु और करती रहूगी।